Monitor क्या है ? मॉनिटर-क्या -है ? और मॉनिटर के प्रकार । (what is monitor ?)
कंप्यूटर में जोभी प्रोसेस होती है ,उसका Output हम मॉनिटर की स्क्रीन पर देख सकते है। वैसे मॉनिटर के कई सारे प्रकार है।लेकिन हम पहले मॉनिटर के इतिहास की बाते जानेंगे।
Monitor का इतिहास
करीब 1973 में ज़ेरॉक्स ऑल्टो द्वारा पहला कंप्यूटर मॉनीटर था। जो CRT तकनीक का इस्तेमाल किया गया था। और इसमें मोनोक्रोम डिस्प्ले का उपयोग किया हुआ था।
सबसे पहले Touch Screen Display का उपयोग 1982 में जॉर्जसैमुअल हर्स्ट George Samuel Hurst के द्वारा विकसित किया गया था।
Color के आधार पर मॉनिटर के तीन प्रकार होते है।
1)मोनोक्रोम: इस मॉनिटर केवल दो कलर होते है। ब्लैक एंड व्हाइट यह दो कलर सही चित्र हमे दिखाई देता है। मोनोक्रोम अर्थात एक कलर । इस मोनीटर में ब्लैक एंड व्हाइट कलर से ही आउटपुट मिलता है। अब मोनोक्रोम मॉनिटर कोईभी जगह पे नहीं दिखाई पड़ता।
2) ग्रे शेड्स :यह मॉनिटर मोनोक्रोम की तरह ही होते है। लेकिन जोभी आउटपुट मिलता है वो ग्रे शेड्स में दिस्पलेइंग करते है। Laptops में इसका उपयोग ज्यादा किया जाता है।
3)कलर मॉनिटर: इस समय में यूज होने वाले मॉनिटर जिसमें तीन प्रकार के कलर होते है। RGB
RGB का मतलब Red Green and blue इन तीनो कलर को मिलाकर आउटपुट मिलता है। यह कलर के कारण मॉनिटर उच्च Resolution को सपोर्ट करता है।
यह मॉनिटर करीब सोला लाख कलर को सपोर्ट करता है।
Monitor के प्रकार
1)CRT Monitors: CRT का पुरानाम Cathode Ray Tube है। करीब 1973 में ज़ेरॉक्स ऑल्टो द्वारा पहला कंप्यूटर मॉनीटर था। जो CRT तकनीक का इस्तेमाल किया गया । CRT monitors वजन में बहुत ही भारी होता है। जगा भी बहुत रोकता है। जोभी ग्राफिक्स का काम करते है वो इस CRT monitor ko ज्यादा पसंद करते हैं, क्युकी इसकी पिक्चर क्वॉलिटी बहुत ही अच्छी आती है। डिजाइनिंग के प्रिंटिंग works me CRT का उपयोग किया जाता है। जो कलर मॉनिटर में होते है वहीं color printing में होते हैं। crt monitor मे एक ट्यूब लगी है जिससे डिस्प्ले पर किरण पड़ते है इस ट्यूब के किरणसे हमे डिस्प्ले मे चित्र दिखाय देता है।
एक छोटा सा Tube होता हैं, जिसमें Electron Gunऔर एक Phosphorescent होता हैं जिसका उपयोग कंप्यूटर के प्रदर्शन और टीवी मे किया जाता है यह इलेक्ट्रॉनों को Tube के पीछे से Display Screen पर ले जाकर काम करता है फिर Phosphorous के साथ टकराता है । Electrons जब Phosphorous मारता है तब यह लाइट करता है। जिससे तीन कलर बनते है RGB RED GREEN ,BLUE इन तीन कलर के मिश्रण से चित्र डिस्प्ले मे दिखता है।
2) LCD monitor : LCD का पूरा नाम liquid crystal display है।
LCD मॉनिटर टेक्नालजी मे फ्लॅट पेनले टेक्नालजी का उपयोग किया जाता है । जिसका उपयोग टीवी ,कम्प्युटर मॉनिटर , लैपटाप स्क्रीन, मोबाइल स्क्रीन के उपयोग मे किया जाता है। LCD मॉनिटर का वजन बहुत ही कम होता है। क्यूकी CRT मॉनिटर के जेसे इस मे magnate का उपयोग नहीं होता।इस लिए LCDमॉनिटर हल्के होते है।यह मॉनिटर मेबहुत ही परतो का इस्तमालकिया जाता है । इसे बनाते समय एक Reflected Mirror को back Side लगाया जाता है। लाइट को रोकने के लिए के लिए या लाइट को जाने देने के लिए liquid crystal का उपयोग किया जाता है। इस से इमेज के दोट्स बनते है फिर वह चित्र के रूप मे बनते है। यह मॉनिटर बिजली का उपयोग कम करता है। इस समय मे LCD का उपयोग ज्यादा होता है। LCD थोड़ी कौस्ट्लि होती है।CRT मॉनिटर से अछि पिक्चर quality LCD की होती है।
LCD के दो प्रकार है
Super Twisted NematiconDynamic Scattering Display
3) LED मॉनिटर : LED पूरा नाम lighting Emitted Diode है।
LED एक सेमी कोंडेक्टोर डिवाइस है ,जो सामान्य करंट से चलता है है,ओर करंट मिलने मे वह डिस्प्ले मे भेजता है । ओर चित्र दिखाता है। LED मॉनिटर इस समय मे ज्यादा यूस होने वाला मॉनिटर है। यह दिखने मे LCD जेसा ही होता है। लेकिन यह रिज़ल्ट मे बहुत अच्छा होता है। LCD मॉनिटर गर्मी भी कम पेदा करता है, यह मॉनिटर बिजलीका ज्यादा उपयोग नही करता यानि बिजली भी बचाता है । यह मॉनिटर सबसे ज्यादा quality की इमेज रेडी करता है।
LCD मॉनिटर जेबी गिर जाता है तब उसके डिस्प्ले मे damage होने से सारी डिस्प्ले खराब हो जाती है इस लिए हम उसका उपयोग damage होने के बाद नहीं कर सकते । LED मॉनिटर damage होता है तो उसमे खालीलाइन आती है ओर बाकी की डिस्प्ले का हम उपयोग कर सकते है। जब ज्यादा damage हो जाए दब ही हमे डिस्प्ले change करना पड़ता है। लैपटाप की मे भी led डिस्प्ले का यूज किया जाता है।
4) PLASMA Display :
Plasma एक प्रकार का full HD tv है। यह CRT (कैथोड किरण दूरदर्शी) का ही प्रकार है प्लाजमा एक साइंटिस की भाषामे प्रयोग किया जाने वाला शब्द है।जिओन ओर कई एसी अलग अलग गेसों के बारें मे इसका प्रयोग किया जाता है। इस मे लाखो की संकया मे छोटे तत्व होते है। जिसे पिक्सल कहा जाता है। Movies, स्पोर्ट चेनल,मे एंटर्टेंमेंट मे यह टीवी बहुत ही अच्छा रिज़ल्ट देती है LCD के मुक़ाबले इसकी picture quality बहुत अच्छी है। LCD मॉनिटर के मुक़ाबले यह टीवी सस्ती होती है। यह टीवी का ज़्यादातर उपयोग अरपोर्ट ,रेलवे स्टेशन ,बस स्टेशन एसी जगाओ पे दिखाय पड़ती है। यह डिस्प्ले की picture quality बहुत ही अछि होती है। यह टीवी को आप दीवार पे लटका सकते हो ।Capacitive
Infrared
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